Duur vo jaane kiska gaaon hai…..
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Perpetuity- The Painful Necessity
World is transient hence transformational.
What is it?
Now here. Now gone.
अनोखी बारात
प्रतीक की शिवरात्रि पर अनोखी कविता…
क्या चुनोगे तुम?
इस पार या उस पार….
यह ध्यान रखना…
फीनिक्स हो तुम,..
शून्य
अगर फैलने की ठान ले……
ओ मेरे महान सपनों..
सपनों से सीखा मैंने- अंतर है स्वतंत्र होने में
और मुक्त होने में।
समर की पहली कविता
चक्रव्ह्यु शत्रु नहीं, योद्धा की पहचान है|
चक्रव्ह्यु की गहनता ही, अभिमन्यु का मान है|
ARE YOU A PERFECTIONIST?
Bhuvana “Jaya” dives deep into the idea of being a perfectionist.