कभी मैं जब बच्चा था,
मन मेरा सच्चा था!
काग़ज़ की नाव,
साहिल से जुड़ती थी;
कटी पतंग भी,
बहुत दूर तक उड़ती थी;
हसरतें थी माँ का आँचल,
और मंज़िल घर का कोना;
बंद पलकों से खुली आँखों तक
सब सपनों का अपना होना ….

होली के रंगो से रंगी दुनिया-
हो जैसे नानी की कहानी की मुनिया;
दीवाली के दियों सा चमकीला जहान था,
पहुँच में अपनी ये नीला आसमान था,
डग-मग, डग-मग मेरे कदम थे,
स्थिर पग, पर चंचल मन था…
शामों में सुबह ढूंढता-
अँधेरो से मैं डरता था,
कभी मैं जब बच्चा था,
मन मेरा सच्चा था |



आज…
फिर से सब कुछ जीने को,
कुछ पल ठहर जाने को,
उन सारी यादों को ,
समेटने को दिल चाहता है|
कोई तो दिला दो मुझे
वो रंगीली दुनिया, वो प्यारी मुनिया;
वो चमकीला जहान, वो नीला आसमान;
वो चंचल मन,वो डग मग कदम;
वो माँ का आँचल, वो घर का कोना;
वो काग़ज़ की नाव, वो कटी पतंग,
वो टूटते खिलोनें, वो रूठती बहना;
वो स्कूल का बस्ता, वो पुराना रास्ता,
वो छुट्टी की घंटी, वो पानी की टंकी,
वो यारों का साथ, वो स्याही सने हाथ,
वो सतरंगी सपने, वो सारे अपने,
वो आपस की लड़ाई, वो लाल मिठाई,
वो दशहरे का मेला,वो भाई संग झूला.
वो पहली साइकल, वो दढ़ियल अंकल,
वो बाबा के चश्में, वो झूठी कसमें ,
वो क्लासरूम की घड़ी,वो टीचर की छडी,
वो आँख मिचौली, वो हँसी-तिठोली,
वो उन्मुक्त उड़ान, वो हल्की थकान|
वो सबकुछ,
वो हर कुछ,
कोई तो दिला दो,
कोई तो..
~रजनीश रंजन~
रजनीश रंजन आई.टी क्षेत्र में कार्यरत हैं | जीवन की आपा धापी में जब वे कुछ ठहराव ढूंढते हैं, किताबों, कहानियों, कविताओं, कलम और अपनी जन्म-भूमि बेतिया को अपने मन के करीब पाते हैं | पढ़ाने और खाने के शौक़ीन, पुत्र, पिता, पति, भाई और सचिन तेंदुलकर के प्रगाढ़ प्रसंशक...
Nice composition
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Thanks for the constant encouragement and being a pillar of strength for us.
Regards,
Team GoodWill
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shandaar Rajnish ji.🙏
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Thanks for reading Ashwniji…
Regards,
Team GoodWill.
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बहूत निमन रचना !
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अपने के बहुत बहुत आभार जे अपने पढ़लीये! धन्यवाद उमेशजी !
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Very pleasant and original – images in particular. doesn’t seemed borrowed at all!!
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Thanks DK! Glad that you loved it all. Keep Smiling!
Regards,
Team GoodWill.
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“Kabhi jab Mai baccha tha ,man Mera saccha tha” Contemplation of truth.🙂
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Indeed! Thank you for the encouragement Shafeel ji!
Regards,
Team GoodWill
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Very Nice 👌
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Thanks Khushboo. Keep Smiling. Keep Writing. Keep Inspiring.
Regards,
Team GoodWill
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Kya baat
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धन्यवाद अनुपमा जी !!
लिखती और मुस्कुराती रहिये !
Team GoodWill.
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Your welcome friend 🙏
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वाह , बहुत सुन्दर..
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उत्साह वर्धन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर|
आभार !
Team GoodWill
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Wow
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Thank you!!
Regards,
Team GoodWill
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बचपन golden moments
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Thanks Rajni Ji…
Keep Smiling. Keep Writing.
Regards,
Team GoodWill
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Yur words do cool
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We are so glad we could bring some solace. Thanks for encouraging.
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